चल पड़े थे उस सड़क पे, जहाँ पे सुकून था, चल पड़े थे उस सड़क पे, जहाँ पे सुकून था,
बहाने तो ऐसे करते हैं जैसे उन्होनें कुछ नहीं देखा। बहाने तो ऐसे करते हैं जैसे उन्होनें कुछ नहीं देखा।
जब जिंदगी जीने की तमन्ना हो मुझे, तो मौत से भी मैं कर लू राबता ! जब जिंदगी जीने की तमन्ना हो मुझे, तो मौत से भी मैं कर लू राबता !
करने को अंकित कुछ अपने निशाँ आज क़लम पुनः मैं उठाता हूँ । करने को अंकित कुछ अपने निशाँ आज क़लम पुनः मैं उठाता हूँ ।
इस दौड़-भाग वाली जिंदगी में, यहाँ इंसान इतना सब के पीछे भागता है! इस दौड़-भाग वाली जिंदगी में, यहाँ इंसान इतना सब के पीछे भागता है!
कभी लड़ाई कभी खिंचाई, कभी हँसी ठिठोली थी कभी पढ़ाई कभी पिटाई, बच्चों की ये टोली थी। कभी लड़ाई कभी खिंचाई, कभी हँसी ठिठोली थी कभी पढ़ाई कभी पिटाई, बच्चों की ये टोली...